NOT KNOWN DETAILS ABOUT SHIV CHAISA

Not known Details About Shiv chaisa

Not known Details About Shiv chaisa

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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

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O Common Lord, just about every early morning as a rule I recite this more info Chalisa with devotion. You should bless me in order that I may be able to carry out my materials and spiritual dreams.

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।

बृहस्पतिदेव की कथा

शनिदेव मैं Shiv chaisa सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ Shiv chaisa जानौं॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

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